गया-छपरा में गैस सिलेंडर के लिए गोदाम के बाहर लगी भीड़, भागलपुर में खाद्य सामग्री खत्म होने से दुकानों पर लटके ताले


पटना. बिहार में 21 दिन तक चलने वाले लॉकडाउन का आज दूसरा दिन है। लॉकडाउन की वजह से जहां छपरा और गया में लोगों को गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं, भागलपुर में खाद्य सामग्री खत्म होने से खुदरा दुकानों पर ताले लटक गए हैं। हालांकि, बड़े स्टोर में अभी भी स्टॉक बचा है। कई जिलों में पहले दिन की तुलना में आज कम लोग निकले। सब्जी मंडियों में भीड़ कम होने की वजह से सब्जियों के रेट कम हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश के बाद भी कई जगह दुकानों पर भीड़ लग रही है। बेवजह सड़क पर निकल रहे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। पुलिस चालान काट रही है, उठक-बैठक करा रही है। कई जगह लाठीचार्ज भी हुआ है। पटना में भी गैस सिलेंडर के लिए गैस एजेंसी के गोदाम के बाहर भीड़ जुटी।


भागलपुर: भागलपुर में लॉकडाउन का पूरा असर देखा जा रहा है। गुरुवार को तबियत बिगड़ने पर एक लड़की और दो युवकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि लड़की स्टेशन चौक के पास भटक रही थी। वह 20 मार्च को दिल्ली से पटना अपने दोस्त से मिलने के लिए आई थी। वह ट्रेन में सोई रह गई और भागलपुर पहुंच गई। एक बुजुर्ग ने आसरा दिया। तबियत बिगड़ने पर वह खुद घर से निकल गए पैदल स्टेशन पहुंची। पुलिस ने जब उसे भटकते देखा तो अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, दो युवक 15 मार्च को दिल्ली से भागलपुर आए थे और धर्मशाला में ठहरे हुए थे। लॉकडाउन की वजह से दिल्ली नहीं लौट सके। दोनों युवकों की भी तबियत खराब हो गई। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


छपरा: छपरा में गैस सिलेंडर की आपूर्ति नहीं होने से लोग काफी परेशान हैं। लॉकडाउन के दूसरे दिन सैकड़ों की संख्या में लोग घरों से निकलकर तेलपा स्थित गैस गोदाम पहुंचे। प्रशासन का कहना है कि घर-घर तक गैस सिलेंडर पहुंचाने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। दो-तीन दिन के अंदर सभी के घर तक सिलेंडर पहुंचा दिया जाएगा। इसके अलावा जिले के सब्जी मंडी और राशन दुकानों को छोड़कर पूरे शहर में सन्नाटा पसरा है। शहर के सभी एंट्री पर बैरियर लगाया गया है और पुलिस की टीम लगातार गश्त कर रही है।


गया: गया में भी गैस सिलेंडर के लिए गोदाम के बाहर काफी लोग जमा हो गए। हालांकि, प्रशासन ने सभी को समझा बुझाकर वापस घर लौटाया। पंछी गोदाम के बाहर भी तेल लेने के लिए काफी लोग जमा हो गए। राशन दुकानों और सब्जी मंडियों को छोड़ पूरे शहर में सन्नाटा पसरा है। इक्का-दुक्का लोग ही घरों से निकल रहे हैं।


सीवान: सब्जी, दवा और राशन दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य किया गया है, इसके बाद भी दुकानों पर भीड़ लग रही है। काराबाजारी रोकने के लिए  जिला प्रशासन ने किराना सामान की रेट लिस्ट जारी कर दी है। रेट लिस्ट दुकानों के आगे चस्पा करने के निर्दश हैं। लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है, उन्हें चौराहों पर पीटा जा रहा है और उठक-बैठक कराई जा रही है।


कैमूर: बाजार में आटा, नमक, दाल व अन्य राशन के सामान की कमी हुई है। जरूरी सामानों के दाम भी बढ़े हैं। कालाबाजारी पर रोक नहीं लग रही है। किराना और सब्जी दुकानों पर भी भीड़ जुट रही है यहां सावधानी की कमी दिख रही है।


औरंगाबाद: पुलिस की सख्ति के चलते लॉकडाउन प्रभावी है। सुबह इक्का-दुक्का लोग घर से निकले फिर लौट गए। प्रशासन ने कालाबाजारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। 10 दुकानदारों को पकड़ा गया है, वे दाल और सब्जी जैसी वस्तुएं ऊंची कीमत पर बेच रहे थे।


बेगूसराय: लॉकडाउन का असर श्मशान घाट पर भी दिख कहा है। गंगा नदी के सिमरिया घाट पर औसतन रोजाना 40 शव का अंतिम संस्कार होता था। गुरुवार दोपहर 12 बजे तक यहां मात्र 4 शव लाए गए।


मुंगेर: कोरोना के चलते मुंगेर शहर और शहर से लगे सदर प्रखंड में दहशत है। सदर प्रखंड के सैफ की कोरोना के चलते मौत हुई थी। उसके परिवार और पड़ोस के दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे सैफ के गांव और प्रखंड के लोगों में भय है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रख रहे हैं और ऐसे लोगों से बच रहे हैं जो हाल ही में दूसरे राज्य या विदेश से लौटे हैं।